यूँ ही नहीं वो रोया होगा
जरूर उसने कुछ खोया होगा
दिल ऐ गुब्बार की बेचैनी में
कई रातों से न सोया होगा
गुजरती है जिस पर बस वही जाने
लोगों के लिए न उसके कुछ मायने
गुजरी यादों को जब उसने पिरोया होगा
किसी बात पे हँसा किसी पे रोया होगा
यूँ ही नहीं वो रोया होगा
जरूर उसने कुछ खोया होगा
~ रवीश कुमार
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